नोएडा में साइबर क्राइम वकील – एडवोकेट दीपक
आज के डिजिटल युग में साइबर अपराध एक गंभीर समस्या बन चुका है। ऑनलाइन निवेश घोटाले, बैंकिंग धोखाधड़ी, फेक जॉब पोर्टल्स, गेमिंग स्कैम, Binance P2P और USDT जैसी क्रिप्टो फ्रॉड, AI वॉइस क्लोनिंग और डीपफेक ब्लैकमेल जैसी घटनाओं ने लोगों के वित्तीय और मानसिक स्वास्थ्य को प्रभावित किया है। नोएडा में ऐसे मामलों में पीड़ितों के लिए एडवोकेट दीपक एक अनुभवी और भरोसेमंद साइबर क्राइम वकील हैं, जो खातों के अनफ्रीज़, लीएन हटाने और धन की वसूली में विशेषज्ञता रखते हैं।
साइबर क्राइम का मतलब है कंप्यूटर, मोबाइल या इंटरनेट का इस्तेमाल कर किसी अवैध गतिविधि को अंजाम देना। इसमें ऑनलाइन निवेश घोटाले, क्रिप्टो फ्रॉड, बैंकिंग फ्रॉड, पहचान चोरी, फिशिंग, हैकिंग, साइबर बुलिंग और ऑनलाइन मानहानि शामिल हैं। ऐसे अपराध वित्तीय नुकसान, मानसिक तनाव और सामाजिक प्रतिष्ठा को प्रभावित करते हैं।
जब कोई व्यक्ति साइबर अपराध का शिकार होता है, तो कई बार बैंक उसके खाते को फ्रीज कर देता है या उस पर लीएन लगा देता है। फ्रीज का मतलब होता है कि अकाउंट से कोई भी लेनदेन नहीं किया जा सकता। होल्ड अस्थायी रोक होती है और लीएन एक कानूनी दावा होता है, जिस कारण उस राशि को निकाला नहीं जा सकता। यह कार्रवाई अक्सर साइबर सेल या जांच अधिकारी (IO) के निर्देश पर होती है, खासकर जब लेनदेन में धोखाधड़ी या संदिग्ध गतिविधि होती है।
14C या I4C नोटिस साइबर सेल या संबंधित अधिकारियों द्वारा भेजा जाता है। इसका उद्देश्य पीड़ित या संदिग्ध व्यक्ति से दस्तावेज, बैंक स्टेटमेंट, Binance P2P लेनदेन, चैट लॉग और अन्य प्रमाण मांगना होता है। इस नोटिस का पालन करना जरूरी है, लेकिन बिना वकील की सलाह के कोई बयान देना हानिकारक हो सकता है।
Binance P2P और USDT जैसी क्रिप्टो लेनदेन में अकाउंट फ्रीज होने के कई कारण होते हैं। कभी-कभी शिकायतों में आपका अकाउंट दिख जाता है, कभी Escrow के बाहर पेमेंट होने पर धोखाधड़ी दिखाई देती है, या आपका अकाउंट अनजाने में म्यूल अकाउंट की तरह इस्तेमाल हो जाता है। बड़े और लगातार लेनदेन बैंक की AML/KYC जांच में फ्लैग हो जाते हैं और खाते को रोकने की आवश्यकता पड़ती है।
एडवोकेट दीपक साइबर क्राइम मामलों में पूरी मदद प्रदान करते हैं। वे ग्राहकों की ओर से साइबर सेल और IO के साथ संपर्क रखते हैं, सभी सबूतों को व्यवस्थित करते हैं और आवश्यक प्रतिनिधित्व करते हैं। अगर बैंक खाते को अनफ्रीज़ करना या लीएन हटवाना आवश्यक हो, तो वे कोर्ट के माध्यम से NOC या आदेश दिलाने में विशेषज्ञ हैं।
वे Binance P2P, USDT और अन्य क्रिप्टो फ्रॉड के मामलों में फंड की वसूली और लेनदेन की सत्यता सुनिश्चित करते हैं। वकील कानूनी नोटिस भेजकर बैंक और एक्सचेंज से सभी जरूरी रिकॉर्ड संरक्षित करते हैं और FIR/शिकायत में सही धारा का चयन कर जांच प्रक्रिया को तेज करते हैं। अगर आवश्यक हो, तो वे हाई कोर्ट में राइट पेटिशन (Writ Petition) दायर करके न्यायालय से तत्काल राहत दिलाते हैं।
साइबर क्राइम से बचाव के लिए एडवोकेट दीपक कुछ महत्वपूर्ण सुझाव देते हैं। किसी को भी OTP, UPI PIN या बैंक विवरण न दें। P2P ट्रेडिंग में हमेशा एस्क्रो का इस्तेमाल करें और बड़े भुगतान से पहले टेस्ट ट्रांसफर करें। किसी को अपना अकाउंट इस्तेमाल करने न दें। दो-फैक्टर ऑथेंटिकेशन (2FA) सक्षम करें, एंटीवायरस अपडेट रखें और परिवार के सदस्यों को साइबर फ्रॉड के बारे में जागरूक करें।
2025 में साइबर क्राइम की प्रमुख घटनाओं में AI वॉइस क्लोनिंग फ्रॉड, Binance P2P / USDT म्यूल अकाउंट स्कैम, फेक क्रिप्टो निवेश, डीपफेक ब्लैकमेल और रैनसमवेयर अटैक शामिल हैं। इन खतरों के कारण साइबर सेल और अन्य संस्थाएं सतर्क हैं और ऑनलाइन लेनदेन की निगरानी कर रही हैं।
एडवोकेट दीपक पीड़ितों को तुरंत कानूनी सलाह देते हैं, डिजिटल साक्ष्यों को सुरक्षित रखते हैं और बैंक खाते को अनफ्रीज़ करवाने के लिए कोर्ट और अधिकारियों के साथ समन्वय करते हैं। उनके अनुभव और पेशेवर दृष्टिकोण से फंड रिकवरी की संभावना अधिक होती है और पीड़ित को न्याय प्राप्त होता है।
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