Why Does the Cyber Cell Hold Amount in Bank Accounts Even for Genuine Transactions?
साइबर सेल असली लेन-देन में भी बैंक अकाउंट में अमाउंट क्यों होल्ड कर देता है?
आजकल डिजिटल जमाने में ऑनलाइन पेमेंट, UPI ट्रांजैक्शन और इंस्टेंट मनी ट्रांसफर बहुत आम हो गया है। लेकिन इसके साथ-साथ साइबर फ्रॉड के मामले भी तेजी से बढ़े हैं।
कई बार लोगों को तब बड़ा झटका लगता है जब उन्हें पता चलता है कि उनका बैंक अकाउंट फ्रीज कर दिया गया है या कुछ अमाउंट साइबर सेल ने होल्ड कर दिया है — जबकि उनका ट्रांजैक्शन पूरी तरह सही था।
ऐसा क्यों होता है? इसके पीछे क्या कारण हैं और इससे कैसे निपटें? चलिए समझते हैं।
साइबर सेल बैंक अकाउंट में अमाउंट क्यों होल्ड करता है?
1. पैसे का सोर्स संदिग्ध माना जाता है
कई बार कोई फ्रॉड या चीटिंग में से पैसा सीधे या इनडायरेक्टली किसी मासूम अकाउंट में भेजा जाता है ताकि असली सोर्स छुपाया जा सके। अगर आपके अकाउंट में ऐसा पैसा आया है जो किसी स्कैम से जुड़ा है तो बैंक या साइबर सेल को शक होता है कि वो पैसा फ्रॉड से आया है। इसलिए वो अमाउंट होल्ड कर देते हैं जब तक जांच पूरी न हो जाए।
2. शिकायत या FIR दर्ज होने पर
अगर किसी व्यक्ति ने ऑनलाइन फ्रॉड का केस दर्ज किया और उसमें आपके अकाउंट का जिक्र आ गया तो साइबर सेल तुरंत बैंक को उस अमाउंट को लियन मार्क (hold) करने को कहता है ताकि पैसा कहीं और न जाए। इससे विक्टिम को पैसा वापस मिलने की संभावना रहती है।
3. मनी लॉन्ड्रिंग कंट्रोल करने के लिए
भारत में Anti-Money Laundering (AML) और KYC कानून हैं। अगर आपके अकाउंट में अचानक बड़ी रकम आती है या ट्रांजैक्शन पैटर्न अजीब लगता है तो बैंक और साइबर सेल उस अमाउंट को रोक सकते हैं ताकि पूरा सोर्स वेरिफाई हो सके।
4. संदिग्ध ट्रांजैक्शन पैटर्न
अगर आपका अकाउंट सैलरी अकाउंट है और उसमें अचानक बड़ी रकम या कई अज्ञात लोगों से पैसे आने लगे तो बैंक के सिस्टम को शक हो सकता है। ऐसे मामलों में भी पैसा रोक दिया जाता है।
क्या बैंक और साइबर सेल को ऐसा करने का अधिकार है?
जी हां। Information Technology Act, 2000, IPC 420, और IT Act की धारा 66D के तहत अगर कोई अमाउंट साइबर क्राइम या चीटिंग से जुड़ा हो तो पुलिस को बैंक को नोटिस देकर पैसा रोकने का अधिकार है।
बैंक को भी तुरंत ऑर्डर फॉलो करना पड़ता है ताकि वो खुद लीगल पचड़े में न फंस जाए।
अगर आपका ट्रांजैक्शन सही है तो क्या करें?
अगर आपका अकाउंट फ्रीज हो गया है या अमाउंट होल्ड है और आप सही हैं तो घबराएं नहीं — ये कुछ स्टेप्स फॉलो करें:
1. घबराएं नहीं
ये सिर्फ एक रोकथाम (precaution) है, इसका मतलब ये नहीं कि आप पर कोई केस तय हो गया है।
2. सारे डॉक्यूमेंट तैयार रखें
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बैंक स्टेटमेंट
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पेमेंट के बिल या इनवॉइस
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WhatsApp चैट या ईमेल प्रूफ
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ट्रांजैक्शन स्क्रीनशॉट
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पेमेंट भेजने वाले की डिटेल्स
3. बैंक और साइबर सेल को एप्लीकेशन दें
सभी प्रूफ लगाकर एक एप्लीकेशन साइबर सेल में जमा करें और बैंक को भी लिखित में दें कि पैसा सही सोर्स से आया है।
4. सही रिप्लाई या रिप्रेजेंटेशन फाइल करें
अगर नोटिस या समन आया है तो बिना देरी के वकील से मिलकर proper reply फाइल करें।
5. लीगल सलाह लें
अगर बात नहीं सुलझे तो किसी अच्छे साइबर क्राइम लॉयर की मदद लें। वो NOC दिलवाने में मदद करेगा और जरूरत पड़े तो हाई कोर्ट में Writ Petition भी फाइल कर सकता है।
ऐसे केस को भविष्य में कैसे रोकें?
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अनजान लोगों से पैसे न लें।
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अकाउंट का इस्तेमाल किसी और को ट्रांजैक्शन के लिए न दें।
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हर पेमेंट का पूरा रिकॉर्ड रखें।
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कोई संदिग्ध ट्रांजैक्शन हो तो तुरंत बैंक और साइबर सेल को रिपोर्ट करें।
Disclaimer
यह आर्टिकल केवल सामान्य जानकारी के लिए है। इसमें दी गई बातें लीगल एडवाइस नहीं हैं। हर केस के फैक्ट अलग होते हैं। अगर आपका अकाउंट होल्ड या फ्रीज हुआ है तो आप किसी अनुभवी साइबर क्राइम वकील से सलाह लें।